
My Story-Abhaya Rai
नमस्ते मैं हु हाउसवाइफ, होममेकर, केयरटेकर, वाइफ, मदरयही थी अब तक मेरी पहचान.
Decide कर लिया था अपनी identity बनानी हैँ, financially सपोर्ट करना है. So that i can help my Husband financially and जहाज पर 6 month जाने से रोक सकू.

Digital Influencer
मैं अभया राय आज Digital Influencer, vlogger, youtuber. For me Multiple Source Of Income (MSI).और सबसे जरूरी मेरी सेल्फ आइडेंटिटी (पहचान) है. ये मेरे लिए करोडो की इनकम है.बहुत अच्छा लगता है जब आपके viewers आपके next वीडियो का wait कर रहे होते हैं, हर एक नई वीडियो पहले से बेहतर होता है, यही है डिजिटल मार्केटिंग की खासियत, जितना करोगे उतना सीखोगे, it’s all about practice and regularity, your effort pay you back for sure. सबसे अच्छे बात बताउ …. यहाँ पर आपके चाहने वालो की या आपके काम को पसंद करने वालो की koi limit nahi होती, Sky is the Limit. Just Grow with the flow. ये सारा खेल मन का है. कहते है न…. मन के जीते जीत है मन के हारे हार है.आप जीते तब हो जब आपका काम आपको रिवॉर्ड देता है और ये ख़ुशी बन कर आपके मन को संतुष्ट करता है, यही सच्चाई से किया काम, जो viewer के liye humare seva है और जब viewers को कुछ मिलने लगता है तब automatic हमे बहुत कुछ मिल जाता है.
My Journey

आपको अपनी journey मे लेकर चल रही हूँ.
हमने January मे नई स्टार्टअप करने का प्लान किया, तभी न्यूज़ पेपर मे मध्य प्रदेश मे सोलर पैनल के बढ़ती डिमांड को लेकर, सोलर पैनल installation करवाने का प्लान किया.अब माइंड मे यही चल रहा था कि already मार्किट मे competitors है, कैसे बिज़नेस को दूर तक पंहुचा जा सकता है, फिर प्लान किया किसी freelancer से अपनी वेबसाइट बनातें है. तभी फेसबुक पर फर्स्ट टाइम जब संदीप सर के वेबिनार देखा तो सर की सचाई मन को छू गई, ऐसा लग रहा था जैसे शिष्य गुरु को नहीं, गुरु ने शिष्य को select कर लिया है.और तभी decide कर लिया कि ‘क्यों न अपने वेबसाइट हम ख़ुद बनाए’ ऐसा करने से हम अपनी दुकान अपने हात कर सकते है.और फिर क्या था…. नई journey of my life शुरू हो गई. कोर्स मे रजिस्टर्ड किया और सर को फॉलो करना शुरू कर दिया, इतने सिंपल तरीके से सर ने एक्सप्लेन किया क़ि पता नहीं चला कब बिज़नेस ऑनलाइन रजिस्टर हो गया और 20 days मे वेबसाइट बन गई. लास्ट 10 डेज मे SEO करके अपने बिज़नेस को गूगल सर्च इंजन पर लिस्टेड कर लिया. Yahe नहीं रुके डिजिटल मार्केटिंग सीख़ कर मल्टीप्ल सोर्स ऑफ़ इनकम generate करना सीखा. फिर क्या था..blogging, vlogging, story writing, content creation, Freelancer सारे काम अपने बिज़नेस के साथ साथ शुरू कर दिया. सर ने बहुत सही कहा है डिजिटल मार्केटिंग रेस नहीं है ये एक मैराथन है. इसलिए इसमे लेट नहीं बस continuity होनी चाइए. Hard work always pay you.
अब मुझे घर बैठे MSI – Multiple Souce Of Income generate करने का रास्ता मिल गया, वो भी मेरे इंटरेस्टिंग filed मे.
Filed से मेरा मतलब सॉफ्टवेयर डेवलपर से है जो 15 साल पहले मे थी. सर के saath क्लासेज करने के लिए जरूरी नहीं इसी filed का होना, इतने सिंपल तरीके से explain करते है कि कोई प्रॉब्लम नहीं hoti है. सपोर्ट टीम बैक उप के लिए हमेशा होती हैं.
ये जर्नी आसान नहीं थी, स्टार्टिंग मई बहुत स्ट्रगल करना पड़ा, बच्चों को आदत नहीं थे कम्प्यूर पर काम करते हुए देखने कि, मार्च का एग्जाम टाइम जब बच्चों के साथ मेरा भी डिजिटल रचिता का एग्जाम था,एग्जाम होते ही बच्चों के साथ 1 week आउटिंग करने बहार चले गए तब वेबसाइट डिजाइनिंग टॉपिक चल रहा था, बाहर जाकर कभी रिकॉर्डिंग नहीं देख पाते किसी कारन वश तो सोचा घर जाकर सब एक साथ देख लेंगे. पर हम 29 मार्च को घर पहुंचने और पता चला १अप्रिल लास्ट डेट तो submit रचिता फोम. और रिकॉर्डिंग एक भी नहीं चली क्योकि सब एक दिन के लिए थी. अब प्रेशर लेवल बढ़ गया था… मुझे पता था कि एक मौका गया तो दुबारा नहीं मिलेगा. मैं किसी भी हालत मे रचिता का अवार्ड लेना चाहती थी. इसलिए क्योकि ये अवार्ड ही मेरा मोटिवेशनल और यु कहु fule था जो मुझे मेरी पहचान दिलाने मे मददगार साबित कर सकता था
मैंने घर पहुंच कर वेबसाइट पर काम करना शुरू कर दिया, ghar के kaam ke Saat Saat वेबसाइट develope karna aor complete karna challenge tha par haar नहीं मानी, बेटी छोटी है वो बहुत परेशान हुए. सर के लोकनिति के वीडियो से हेल्प ले कर वेबसाइट कम्पलीट ke फिर SEO karke, submit कीया.
ये सोच लिया था रिजल्ट जो भी हो काम नहीं रुकेगा मै अब पूरी तरह से अच्छे कंटेंट क्रिएट करने मे लग गए थी, 12 दिन बाद रिजल्ट आया और जब 12th नंबर पर मेरा नाम रचिता के लिए आया तो मेरी ख़ुशी का ढिकाना नहीं था.

Conclusion
तब एक चीज़ समझ आई के टाइम कोई बैरियर नहीं है, एक प्रोजेक्ट २दिन मे भी होता है और वही प्रोजेक्ट 2hours मे भी होता है.
और अब तो 10min म भी वेबसाइट क्रिएट हो जाती है.
अब लाइफ बहुत बदल चुकी है. अब थोड़ा भी समय मिले तो कंटेंट क्रिएशन मे लग जाती हूँ. कंटेंट डिजिटल दुनिया के करेंसी है, बस इसी करेंसी के लिए अपना १००% देना शुरू कर दिया. अब मेरे पास काम के कमी नहीं. समय काम पड़ जाता है.
जब मैं संदीप सर का webinar attend kar rahe the तब मुझे नहीं पता था कि ये webinar मेरी life का टर्निंग पॉइंट है, पर आज जब सोचते हु तो lagta है wow
What a amazing journey with Sir, I feel blessed to be the part of Digital Azadi family.
No words to say thanks to sir.
Conclusion : ऑफलाइन से ऑनलाइन बनने और डिजिटल मार्केटिंग मे रचिता बनने 9 प्रिंसिपल को फॉलो किया
सत्य
प्रेम
Seva
Shakti
Bhakti
Ukti
Tan
Man
Dhan
डिजिटल दुनिया मे existence बनाने के बाद अब अपना एक eco system बनाना शुरू कर दिया है, funnel create करके earning ke शुरुवात की है. Now I ranked my business on Google.
बुद्धिवान लोग ये 5 चीज फॉलो करते है
१ वो कोई भी काम गुप्त तरीके से करना ज्यादा पसंद करते है.
२ वो दुनिया को तब तक नहीं बताते जब तक उनका काम 100% तक नहीं हो जाता.
3. बुद्धिवान लोग किसी से ऊलझना पसंद नहीं करते बल्कि किनारे से निकलना पसंद करते है.
4. वो बोलते काम है और सुनते ज्यादा है.
5.वो दुनिया मे सुनते सबकी है और करते अपने मन की है.
यही मेरा मूल मंत्र है. सारा खेल मन का है. डिजिटल दुनिया मे राज करना है तो मन को जीत लो.
